भारत में ऐसे कई शहर हैं जो रंगों के नाम से जाने जाते हैं। चलिए जानते हैं कि अलग-अलग रंगों से पहचाने जाने वाले शहरों के नाम ऐसे क्यों रखे गए
इन सबके अलावा इन शहरों से जुड़े कुछ ऐसे रंग भी हैं, जो इन्हें पूरी दुनिया में खास पहचान दिलाते हैं। भारत में ऐसे कई शहर हैं जो रंगों के नाम से जाने जाते हैं। चलिए जानते हैं कि अलग-अलग रंगों से पहचाने जाने वाले शहरों के नाम ऐसे क्यों रखे गए
यह शहर गुलाबी रंग से रंगा हुआ है। दरअसल, 1876 में प्रिंस अल्बर्ट जयपुर शहर के दौरे पर आये थे। उनके आतिथ्य सम्मान में जयपुर के शासक महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय ने गुलाबी रंग से रंगवा दिया था।
इस शहर में मौजूद सभी घरों को नीले रंग से रंगा गया है। घरों पर नीला रंग होने का मुख्य कारण इस रेतीले शहर में पड़ने वाली भयंकर गर्मी है, जिससे बचने के लिए लोगों ने अपने घरों को नीले रंग से पेंट करवाया है।
इसकी वजह ये है कि इस शहर में कई सारे संगमरमर के महल बने हुए हैं।
इस शहर में रेगिस्तान होने के कारण इसे यह नाम दिया गया है।
इसके पीछे का कारण यहां पर स्थित गोल्डन टेंपल है।
इसे यह नाम यहां बड़े पैमाने पर संतरे की खेती के कारण मिला।
इसके पीछे पहला कारण यह है कि ब्रिटिश शासन के दौरान यहां एक बंदी गृह बनाया गया था, जिसे ब्लैक होल नाम दिया गया था। इस जगह पर लोगों को बंदी बनाकर रखा जाता था और उन्हें सजा दी जाती थी। वहीं दूसरी वजह यहां बड़े पैमाने पर मां काली की पूजा होती है।