राजस्थान का यह जिला बना सौर ऊर्जा का हब, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किया जा रहा अरबों का निवेश

Barmer News: राजस्थान का बाड़मेर जिला अब देश में ऊर्जा का हब बनता जा रहा है। कोयला, तेल, गैस, सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे स्रोतों का तेजी से विकास यहां की ताकत बन गया है। राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा इस क्षेत्र में करोड़ों-अरबों रुपये का निवेश हो रहा है, जिससे न केवल आर्थिक विकास हो रहा है, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।
बाड़मेर में मौजूद तेल भंडार यहां की सबसे बड़ी संपदा है। अब तक जिले के 38 कुओं से प्रतिदिन 80 से 90 हजार बैरल तेल का उत्पादन किया जा रहा है। तेल उत्पादन में मंगला जैसे सफल ब्लॉक की खोज ने बाड़मेर के आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इस समय 11 नए ब्लॉकों पर भी तेल की खोज और अन्वेषण जारी है।
बाड़मेर में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। हाल ही में राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा के लिए विशेष रूप से जैसलमेर और बाड़मेर में जमीन आवंटित की है। शिव क्षेत्र में भविष्य में बड़े सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की योजना है, जो यहां की ऊर्जा उत्पादन क्षमता को और बढ़ाएगा।
शिव और आसपास के क्षेत्र में पवन ऊर्जा उत्पादन में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जैसलमेर की तर्ज पर अब बाड़मेर के शिव, गडरारोड़ और रामसर इलाकों में पवन ऊर्जा का तेजी से विस्तार हो रहा है। वर्तमान में 250 से अधिक पवन चक्कियां यहां स्थापित हैं, जो क्षेत्र को ऊर्जा के नए केंद्र में बदल रही हैं।