Sirsa News: हरियाणा सरकार 23 सितंबर से करेगी धान की खरीद, मंडियों मे अव्यवस्था फैली, अधिकारी को खबर तक नहीं
Sirsa: जिले में धान की खरीदारी 23 सितंबर से शुरू होगी. वहीं नरमे की आवक भी जल्द होने वाली है. लेकिन अभी तक अनाज मंडी में कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। अनाज मंडी में अव्यवस्था का आलम है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। वहां बेसहारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। इतनी अव्यवस्था के बाद भी मार्केट कमेटी अधिकारी बेखबर हैं।
जिले की मंडियों में पांच दिन बाद धान की खरीद शुरू हो जाएगी। मंडी समिति यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है कि मंडी में अपनी फसल लाने वाले किसानों और आढ़तियों को कोई समस्या न हो। लेकिन स्थिति इसके उलट है. बाजार अव्यवस्थित है. शहर में नए और पुराने बाजार मिलाकर चार बाजार हैं। इनमें सैकड़ों की संख्या में बेसहारा मवेशी घूम रहे हैं
शेड के नीचे कूड़े के ढेर लगे रहते हैं
शहर की नई, पुरानी अनाज मंडी और कपास मंडी में करीब सात शेड हैं। इन शेडों के नीचे भारी अतिक्रमण किया गया है। इसके अलावा पशुओं का जमावड़ा और गंदगी का अंबार लगा रहता है।
सुरक्षा भी चुनौती रहेगी
सुरक्षा के तौर पर बाजार में अलग-अलग स्थानों पर 34 कैमरे लगाए गए हैं। जो निगरानी में सहायक हैं, लेकिन सुरक्षा गार्डों की कमी काफी है। बाजार समिति सचिव ने बताया कि बाजार में सुरक्षा के लिए विभाग से 10 गार्ड मांगे गये हैं. गेहूं के सीजन के दौरान अनाज मंडी में चोरी की कई घटनाएं सामने आई थीं। चोरों ने मंडी से धान की बोरियां व अन्य सामान चोरी कर लिया। इस बार भी बिना गार्ड की तैनाती के सुरक्षा की चुनौती पूरी रहेगी.
अनाज मंडी 48 एकड़ में बनी है, फिर भी जगह सीमित है
शहर के मध्य में 48 एकड़ में चार अलग-अलग बाजार हैं। सीजन में आमद अधिक होने के कारण किसानों को धान सड़क पर डालना पड़ता है। शेड छोटे होने से किसानों की उपज बारिश में भीग जाती है। सीजन के दौरान अनाज मंडी के आसपास का क्षेत्र पूरी तरह से बंद रहता है
10 दिन बाद नरमे की चुगाई होगी
जिले में धान की तुलना में कपास की फसल काफी कम है. जहां धान की फसल को बाजार तक पहुंचने में एक सप्ताह का समय लगेगा, वहीं कपास की फसल को बाजार तक पहुंचने में लगभग 10 दिन लगेंगे। राजस्थान के आस-पास के गांवों में नरमा की फसल की भारी खेती होती है, इसलिए नरमा की फसल की कटाई जल्दी शुरू हो जाती है
अनाज मंडी में धान की खरीद को लेकर पत्र प्राप्त हुआ है। बाजार में साफ-सफाई एवं व्यवस्था कायम रखी जायेगी। बाजार में आवारा पशुओं को लेकर नगर परिषद से पत्राचार किया जाएगा ताकि बाजार में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। - वीरेंद्र मेहता, मार्केट कमेटी सचिव