18 लाख रूपए में जींद के युवक का दोस्त ने लगाया कनाडा का वीजा, एयरपोर्ट पहुंचते हुआ गिरफ्तार, जानिए वजह
Haryana News, जींद : दोस्त परिवार रिश्तेदारों में ख़ुशी का माहौल था की लड़का कनाडा जा रहा है। लेकिन जब दोस्ती का रिश्ता तार तार हो जाये तो क्या कहें। अधिक जानकारी के लिए बता दे की मामला हरियाणा के जींद जिले का है जहाँ दोस्त ने ही दोस्त को लूट लिया
मामला जान उड़ गए होश
अधिक जानकारी के लिए बता दे की जींद के कुलदीप को कुछ दिन पहले ही अपने एक दोस्त की मदद से कनाडा की उड़ान भरने वाला था। उसे कनाडा में नौकरी के साथ वहां का वीजा मिला था। अपने दोस्त के भरोसे कुलदीप कनाडा जाने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उसके सामने जो सच्चाई आई, उसके बाद उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसे कुछ समझ भी नहीं आया की उसके साथ क्या हो रहा है।
सपना हुआ मिनटों में चूर चूर
कुलदीप ने सपने बुनें थे वो मिनटों में चूर हो गए, बल्कि इस बात का खौफ ज्यादा था कि उसने जो लाखों रुपए किसी से लिए थे, अब उसकी भरपाई कैसे होगी। उसे बिलकुल ही समझ नहीं आया की जिसे जिसे कनाडा पहुंचना था वो अब जेल के पीछे कैसे पहुंच गया।
यहां समझिये पूरा मामला
अधिक जानकारी के लिए बता दे की आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ने बताया कि जींद के अमरगढ़ गांव का रहने वाला 21 वर्षीय कुलदीप 28 सितंबर की देर शाम आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा था। उसे रात को आईजीआई एयरपोर्ट से जाने वाली एक कनाडा की फ्लाइट AC-43 से टोरंटो के लिए रवाना होना था।
ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की जांच के दौरान पाया गया कि पासपोर्ट के पेज नंबर 14 पर लगा कैनेडियन स्टिकर विजिटर वीजा फर्जी है। इसके बाद ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने कुलदीप को हिरासत में लेकर आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं एयरपोर्ट पुलिस ने ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की शिकायत के आधार पर पासपोर्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कुलदीप से पूछताछ शुरू हुई। पूछताछ में कुलदीप ने कई अहम खुलासे किए। india super news
पूछताछ में हुए बड़े खुलासे
अधिक जानकारी के लिए बता दे की जब कुलदीप को हिरासत में ले लिया गया तो पूछताछ में उसने बताया कीउसका भाई कनाडा गया था। अपने भाई की देखा देखी उसने भी कनाडा जाने का फैसला कर लिया। अपने इस फैसले को अंजाम देने के लिए वह अपने एक दोस्त के जरिए संदीप नामक एक एजेंट से मिला। संदीप ने उसे 18 लाख रुपए के एवज में कनाडा भेजने का न केवल भरोसा दिया, बल्कि उसकी मां का वीजा लगवाने का वादा कर दिया।
संदीप की बातों पर भरोसा कर कुलदीप ने पांच लाख रुपए का भुगतान कर दिया और बचे हुए रुपयों का भुगतान कनाडा पहुंचने के बाद करने की बात तय हुई। संदीप द्वारा मुहैया कराए गए कैनेडियन स्टिकर विजिटर वीजा की वजह उसे एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया। कुलदीप के कबूलनामें के आधार पर संदीप की तलाश शुरू हो गई। जल्द ही संदीप के ठिकाने को खोज निकाला गया, जिसके बाद उसे कैथल से गिरफ्तार कर लिया गया।