Haryana Weather Forecast : कमजोर मानसून में भी हरियाणा के 3 जिलों में जमकर बारिश; जानें आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम
उत्तर की ओर मानसून की सामान्य स्थिति के कारण, अगले 3 से 4 दिनों तक मानसून की गतिविधि कम रहेगी। 9 सितंबर से 12 सितंबर के बीच, राज्य के उत्तरी और दक्षिणी जिलों में मौसम बदलने की संभावना है और कुछ स्थानों पर केवल हल्की बारिश होगी।
Sep 9, 2024, 09:43 IST

Haryana Weather Update: हरियाणा में आज से 4 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। इस दौरान कुछ इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। हालाँकि बारिश की संभावना बहुत कम है, लेकिन सुबह और शाम को बहने वाली मानसून की हवाएँ ठंडक का एहसास देंगी। कम मौसम गतिविधि के कारण 24 घंटों में 0.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है।
दिन का तापमान अब सामान्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है। सबसे अधिक तापमान सिरसा में 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान गुरुग्राम में 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कितनी बारिश होगी?
राज्य के गुरुग्राम में मानसून की गतिविधि के कारण पिछले 24 घंटों में 14.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है। कुरुक्षेत्र में 6.0 मिमी और महेंद्रगढ़ में 5.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम अब सामान्य से 10% कम है। सबसे अधिक बारिश पंचकूला में 43.6 मिमी और सोनीपत में 31.2 मिमी दर्ज की गई। यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में क्रमशः 20 मिमी और 18.9 मिमी बारिश हुई। करनाल में 12.3, रोहतक में 9.9 के अलावा कई अन्य जिलों में भी बारिश दर्ज की गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, हरियाणा में 1 जून से 5 सितंबर के बीच 332.1 मिमी बारिश हुई है। यह 374.3 मिमी के सामान्य से 10% कम है। अब तक के आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि राज्य के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।
मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर की ओर मानसून की सामान्य स्थिति के कारण, अगले 3 से 4 दिनों तक मानसून की गतिविधि कम रहेगी। 9 सितंबर से 12 सितंबर के बीच, राज्य के उत्तरी और दक्षिणी जिलों में मौसम बदलने की संभावना है और कुछ स्थानों पर केवल हल्की बारिश होगी।
हरियाणा में कुछ स्थानों और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इसके कारण दिन के तापमान में मामूली वृद्धि और वायुमंडल में आर्द्रता में कमी की संभावना है।
जुलाई में मानसून का मौसम
हरियाणा में जुलाई में पांच साल में सबसे कम बारिश हुई। 2018 में यहां 549 मिमी बारिश हुई थी। वर्ष 2019 में 244.8 मिमी, 2020 में 440.6 मिमी, 2021 में 668.1 मिमी, 2022 में 472 मिमी, 2023 में 390 मिमी और 2024 में 97.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं। उन्हें नल से पानी चाहिए।
दिन का तापमान अब सामान्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है। सबसे अधिक तापमान सिरसा में 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान गुरुग्राम में 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कितनी बारिश होगी?
राज्य के गुरुग्राम में मानसून की गतिविधि के कारण पिछले 24 घंटों में 14.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है। कुरुक्षेत्र में 6.0 मिमी और महेंद्रगढ़ में 5.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम अब सामान्य से 10% कम है। सबसे अधिक बारिश पंचकूला में 43.6 मिमी और सोनीपत में 31.2 मिमी दर्ज की गई। यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में क्रमशः 20 मिमी और 18.9 मिमी बारिश हुई। करनाल में 12.3, रोहतक में 9.9 के अलावा कई अन्य जिलों में भी बारिश दर्ज की गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, हरियाणा में 1 जून से 5 सितंबर के बीच 332.1 मिमी बारिश हुई है। यह 374.3 मिमी के सामान्य से 10% कम है। अब तक के आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि राज्य के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।
मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर की ओर मानसून की सामान्य स्थिति के कारण, अगले 3 से 4 दिनों तक मानसून की गतिविधि कम रहेगी। 9 सितंबर से 12 सितंबर के बीच, राज्य के उत्तरी और दक्षिणी जिलों में मौसम बदलने की संभावना है और कुछ स्थानों पर केवल हल्की बारिश होगी।
हरियाणा में कुछ स्थानों और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इसके कारण दिन के तापमान में मामूली वृद्धि और वायुमंडल में आर्द्रता में कमी की संभावना है।
जुलाई में मानसून का मौसम
हरियाणा में जुलाई में पांच साल में सबसे कम बारिश हुई। 2018 में यहां 549 मिमी बारिश हुई थी। वर्ष 2019 में 244.8 मिमी, 2020 में 440.6 मिमी, 2021 में 668.1 मिमी, 2022 में 472 मिमी, 2023 में 390 मिमी और 2024 में 97.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं। उन्हें नल से पानी चाहिए।