Movie prime

Haryana News: HAU में आयोजित कृषि मेले में पहुंचे 40 हजार किसान, 44 प्रगतिशील किसानों को मिला सम्मान

प्रो कंबोज ने कहा कि चुनौतियों से निपटने के लिए किसानों को कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक अपनानी होगी।
 
HAU में आयोजित कृषि मेले में पहुंचे 40 हजार किसान, 44 प्रगतिशील किसानों को मिला सम्मान

India Super News Hisar: हरियाणा के हिसार में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) के दो दिवसीय कृषि मेले का उद्घाटन कुलपति प्रो. बीआर कंबोज ने कहा कि कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक का महत्व तेजी से बढ़ रहा है

किसानों को खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और फसलों में कीटनाशकों के उपयोग की चुनौतियों से निपटने के लिए नई तकनीकों को अपनाना चाहिए। ड्रोन कम समय में जल घोल उर्वरक, कीटनाशक, शाकनाशी का छिड़काव उसी तरीके से आसानी से कर सकता है, जैसी सिफारिश की गई है। इससे लागत कम होने के साथ-साथ संसाधनों की भी बचत होगी। मेले में 44 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया।


पहले दिन मेले में हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लगभग 40,000 किसान शामिल हुए। 21.08 लाख रुपये के खरीफ फसलों के बीज और 46.6 रुपये के फलदार पौधों और सब्जियों के बीज खरीदें विशिष्ट अतिथि महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के कुलपति डाॅ. प्रोफेसर सुरेश कुमार मल्होत्रा, कुलपति, गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार; नरसी राम बिश्नोई ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया।

आदरणीय प्रगतिशील किसान

  • हिसार: गांव पायल के राजेश, गांव लोहारी राघो की रजनी, गांव चिरोड के मंदीप, गांव कोहली के ओमप्रकाश, हांसी के ढाणा कलां की किरण यादव
  • कैथल: गांव आहूं के नफे सिंह और गांव जखोली की सुनीता
  • पलवल: गांव सरौली की कुमारी अंजू और गांव औरंगाबाद के दीपेश चौहान
  • भिवानी: गांव धनाना के सुरेंद्र कुमार और गांव गोपालवास की कविता
  • फरीदाबाद: गांव सहायक के नरेश शर्मा और गांव नरियाला की गीता देवी
  • कुरुक्षेत्र: गांव अमीन के अश्विनी कुमार और गांव ज्योतिसर की शरणजीत कौर
  • जींद: गांव बधाना की निर्मला, मोहनगढ़ छापड़ा का वजीर
  • करनाल: गांव सदरपुर के कुलदीप और घरौंडा की निर्मला देवी
  • सोनीपत: सिसाना का भगवान, भैरा बांकीपुर की रूबी
  • फतेहाबाद: गांव चौबारा के भूप सिंह और गांव हसंगा की विद्या देवी
  • महेंद्रगढ़: गांव आकोदा के सवारन, गांव भोजावास की उषा देवी
  • अंबाला: गांव धुराला के खुशप्रीत सिंह और अंबाला शहर की रेनू बाला
  • रोहतक: लाखनमाजरा की मंटा शर्मा, महम का अनुज
  • यमुनानगर: गांव मिलकड़ा के सोमनाथ और गांव कुंजल की रेखा रानी
  • सिरसा: गांव सुल्तानपुरिया के सुखविंदर सिंह और गांव डिंग की वसुंधरा बंसल
  • पंचकुला: गांव बडियाल के वीरेंद्र सिंह और गांव बेरघाटी के कमलेश
  • रेवाडी: गांव गिंदोखर के सुरेश चंद और गांव बनीपुर की सुमन
  • पानीपत: गांव दिवाना के जोगेंद्र सिंह और गांव ऊंझा की अनुराधा
  • नोट: नूंह और झज्जर का कोई भी किसान शामिल नहीं है
WhatsApp Group Join Now