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हरियाणा के इस जिले की कॉलोनियों के लिए सुखद खबर! हरियाणा सरकार ने किया यह ऐलान, जानें...

हरियाणा के रेवाड़ी शहर में कई कॉलोनियों की गलियों और मकानों की पहचान नहीं हो पाई है, जिससे वहां रहने वाले निवासियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इन समस्याओं के समाधान के लिए नगर परिषद ने एक नई योजना बनाई है, जिसके तहत रेवाड़ी शहर की कॉलोनियों के गलियों और मकानों को नंबर आवंटित किए जाएंगे। इस योजना के तहत वित्त समिति की बैठक के बाद जल्द ही सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा, जिससे इन क्षेत्रों में रहने वालों को पहचान मिलेगी और उनकी समस्याओं का समाधान होगा।
 
हरियाणा के इस जिले की कॉलोनियों के लिए सुखद खबर! हरियाणा सरकार ने किया यह ऐलान, जानें...

Rewari News: हरियाणा के रेवाड़ी शहर में कई कॉलोनियों की गलियों और मकानों की पहचान नहीं हो पाई है, जिससे वहां रहने वाले निवासियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इन समस्याओं के समाधान के लिए नगर परिषद ने एक नई योजना बनाई है, जिसके तहत रेवाड़ी शहर की कॉलोनियों के गलियों और मकानों को नंबर आवंटित किए जाएंगे। इस योजना के तहत वित्त समिति की बैठक के बाद जल्द ही सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा, जिससे इन क्षेत्रों में रहने वालों को पहचान मिलेगी और उनकी समस्याओं का समाधान होगा।

रेवाड़ी शहर की कॉलोनियों की पहचान की समस्या

रेवाड़ी के 20 से अधिक कॉलोनियों में गलियों और मकानों की पहचान नहीं हो पाई है। इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग न केवल व्यक्तिगत स्तर पर परेशान थे, बल्कि उनकी समस्याएं सरकारी और पुलिस प्रशासन तक पहुंचने में भी समस्या उत्पन्न कर रही थीं। उदाहरण के लिए, नौकरी से संबंधित कॉल लेटर या अन्य जरूरी दस्तावेजों का सही पते तक न पहुंच पाना, और पुलिस को सही पते पर पहुंचने में कठिनाई होना इन समस्याओं में से कुछ थीं।

प्रभावित कॉलोनियाँ

कुतुबपुर
उत्तम नगर
हंस नगर
विजय नगर
आजाद नगर
मधु विहार
शिव नगर

इन इलाकों में रहने वाले नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़ता था, क्योंकि इनकी पहचान और पते की कोई मान्यता नहीं थी, जबकि ये कॉलोनियाँ पहले से ही वैध और विकसित हो चुकी थीं।

नगर परिषद द्वारा उठाए गए कदम

नगर परिषद द्वारा इस मुद्दे का समाधान निकालने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हाल ही में, नगर परिषद की हाउस मीटिंग में कॉलोनियों की गलियों और मकानों को पहचान दिलाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इस प्रस्ताव के तहत रेवाड़ी की कॉलोनियों में मकानों और गलियों को नंबर आवंटित किए जाएंगे, ताकि इनकी पहचान हो सके और नागरिकों को उचित पहचान मिल सके।

बैठक और सर्वे की प्रक्रिया

अगले चरण के तहत वित्त समिति की बैठक में इस प्रस्ताव पर अंतिम मोहर लगाई जाएगी। इसके बाद, नगर परिषद द्वारा सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि सही आंकड़े इकट्ठे किए जा सकें और इन कॉलोनियों के मकानों और गलियों को आधिकारिक रूप से पहचाना जा सके।

वैध कॉलोनियाँ फिर भी पहचान में नहीं

कई कॉलोनियाँ ऐसी हैं, जो पिछले 20 सालों से अधिक समय से वैध घोषित हो चुकी हैं और यहां सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। बावजूद इसके, इन कॉलोनियों की गलियों और मकानों की पहचान नहीं हो पाई थी। इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग अब राहत महसूस करेंगे, क्योंकि उनकी पहचान होने से उन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा और प्रशासन के लिए भी काम आसान हो जाएगा।