Movie prime

वाहन चालक होंगे निहाल! बिहार के 8 जिलों के किसान होंगे धनवान, यहाँ यहाँ से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे

बिहार में आज की तारीख में भले ही कोई प्रमुख एक्सप्रेसवे चालू नहीं हो, लेकिन आने वाले समय में कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का उद्घाटन होने वाला है। इन परियोजनाओं में सबसे महत्वपूर्ण रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे है, जो बिहार का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेसवे से न केवल बिहार बल्कि नेपाल को भी बड़ा फायदा होने वाला है। यह एक्सप्रेसवे रक्सौल से हल्दिया तक बनेगा और नेपाली व्यापार के लिए एक नई राह खोल देगा।
 
वाहन चालक होंगे निहाल! बिहार के 8 जिलों के किसान होंगे धनवान, यहाँ यहाँ से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे

Bihar Expressway : बिहार में आज की तारीख में भले ही कोई प्रमुख एक्सप्रेसवे चालू नहीं हो, लेकिन आने वाले समय में कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का उद्घाटन होने वाला है। इन परियोजनाओं में सबसे महत्वपूर्ण रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे है, जो बिहार का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेसवे से न केवल बिहार बल्कि नेपाल को भी बड़ा फायदा होने वाला है। यह एक्सप्रेसवे रक्सौल से हल्दिया तक बनेगा और नेपाली व्यापार के लिए एक नई राह खोल देगा।

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे के फायदे

यह एक्सप्रेसवे नेपाल और भारत के व्यापारिक कनेक्शन को मजबूत करेगा, जिससे नेपाल आने-जाने वाले माल का परिवहन तेज और सस्ता हो सकेगा। साथ ही, बिहार के विभिन्न हिस्सों में यात्रा की दूरी में भी कमी आएगी, जिससे समय की बचत होगी।इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से नेपाल के साथ भारत के तीन राज्यों (बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल) के 20 शहरों से होकर गुजरेगा, जिससे व्यापार, परिवहन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे का मार्ग और लंबाई

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 719 किलोमीटर होगी और यह बिहार के 9 प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगा। यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा और बिहार से पश्चिम बंगाल तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे का मार्ग

रक्सौल (बिहार)
पूर्वी चंपारण
शिवहर
समस्तीपुर
बेगुसराय
सूर्यगढ़ा
मलयपुर
चिरयंदी
बांका

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे का महत्व

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में लगभग 60,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस एक्सप्रेसवे के जरिए बिहार और झारखंड को पश्चिम बंगाल के हल्दिया बंदरगाह से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे दोनों राज्यों में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, खनिज संसाधनों के परिवहन में भी तेजी आएगी।

शहरों की दूरी घटेगी

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे की योजना के मुताबिक कई शहरों की दूरी कम हो जाएगी, जिससे यात्रा का समय भी घटेगा। उदाहरण के लिए, देवघर में एक्सप्रेसवे का 65 किलोमीटर और जामताड़ा में 50 किलोमीटर का हिस्सा शामिल होगा। यह एक्सप्रेसवे पटना, कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों के बीच यात्रा समय को कम कर तीन घंटे तक घटा देगा।