हरियाणा के इन 7 शहरों के लिए बड़ी खबर! लगेंगे 7 हजार सीसीटीवी कैमरे! इस अकेले शहर में लगेंगे 1000 कैमरे
Haryana News: हरियाणा राज्य ने नागरिकों की सुरक्षा और शहरों की स्मार्ट निगरानी के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) प्रोजेक्ट को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। इस प्रोजेक्ट के तहत हरियाणा के 7 प्रमुख शहरों में 7,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट मुख्य रूप से अपराधों पर नियंत्रण, नागरिक सुविधाओं की निगरानी, और ट्रैफिक प्रबंधन के लिए एक अत्याधुनिक प्रणाली स्थापित करेगा।
हरियाणा के कौन से 7 शहर इस प्रोजेक्ट में शामिल हैं?
हिसार
पंचकुला
अंबाला
यमुनानगर
पानीपत
रोहतक
सोनीपत
हिसार में 1,000 सीसीटीवी कैमरे
हिसार शहर में इस प्रोजेक्ट के तहत 150 करोड़ रुपये की लागत से 1,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों के माध्यम से शहर के हर चौक-चौराहे, शिक्षण संस्थानों, मंदिरों, बाजारों और मुख्य सड़कों पर 24x7 निगरानी रखी जाएगी। इससे अपराधों पर नकेल कसने और नागरिकों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी।
ICCC प्रोजेक्ट
ICCC प्रोजेक्ट में अनेक नई तकनीकी सुविधाएँ और निगरानी प्रणालियाँ शामिल हैं, जिनसे शहरों में बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन, सुरक्षा, और नागरिक सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी। यह प्रणाली ट्रैफिक को नियंत्रित करने, जाम को कम करने और ट्रैफिक उल्लंघनों का त्वरित समाधान प्रदान करेगी। इसके माध्यम से शहरी नागरिक सुविधाओं जैसे जल आपूर्ति, सड़कों की सफाई, और सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर भी नजर रखी जाएगी।
अस्पतालों, चिकित्सा सुविधाओं और आपातकालीन सेवाओं की निगरानी की जाएगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सकें। कैमरों और तकनीकी उपकरणों के माध्यम से अपराधों की निगरानी की जाएगी, जिससे समय पर प्रतिक्रिया संभव हो सके। इस सिस्टम के जरिए ट्रैफिक उल्लंघन करने वालों का ई-चालान किया जाएगा और इससे जुड़ी जानकारी भी एकत्रित की जाएगी।
हिसार में कमांड सेंटर का स्थान
इसी प्रोजेक्ट के तहत, हिसार के सेक्टर 13 स्थित कम्युनिटी सेंटर को कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इस सेंटर से शहर की सभी सुविधाओं की निगरानी की जाएगी और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
नागरिकों के लिए भी होगा ऐप
इस केंद्र के जरिए आम नागरिकों को भी सुविधा प्रदान की जाएगी। एक विशेष ऐप के माध्यम से नागरिक अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे और विभिन्न मुद्दों पर सुझाव भी दे सकेंगे। इस ऐप को विकसित करने से शहरवासियों को सीधे तौर पर स्थानीय प्रशासन से जुड़ने का एक नया प्लेटफार्म मिलेगा।