केले की खेती से यूपी के किसानों की चमक रही किस्मत, पूर्वांचल और अवध में हो रहा बम्पर उत्पादन

UP News: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और अवध क्षेत्र में केले की खेती ने किसानों के लिए एक नई उम्मीद जगाई है। यहां की उच्च गुणवत्ता और बड़े पैमाने पर उत्पादन ने केले की मांग न केवल देश में बल्कि नेपाल जैसे मित्र राष्ट्रों में भी बढ़ा दी है। आने वाले वर्षों में यह फसल उत्तर प्रदेश के किसानों की किस्मत बदलने का बड़ा जरिया बन सकती है।
Major banana producing districts
कुशीनगर
देवरिया
गोरखपुर
महराजगंज
बस्ती
संतकबीरनगर
अयोध्या
अंबेडकरनगर
अमेठी
बाराबंकी
केंद्र सरकार ने केले और अन्य फलों एवं सब्जियों के निर्यात को बढ़ाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसमें यूपी के किसानों को सबसे अधिक फायदा होगा। योगी सरकार ने भी केले की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि कुशीनगर को ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) के तहत केले का प्रमुख उत्पादक जिला घोषित किया गया है।
कई स्वयं सहायता समूह केले के प्रसंस्करण के जरिए जूस, चिप्स, आटा, और रेशों से बने उत्पाद जैसे पर्स, योगा मैट, पूजा की आसनी, चप्पल, टोपी आदि बनाकर अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से संबंधित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान की टीम, केले के उत्पादक क्षेत्रों में जाकर कीटों और रोगों की निगरानी करती है और किसानों को फसल की सुरक्षा के बारे में जानकारी देती है। इसके अलावा, कृषि विज्ञान केंद्र भी किसानों को फसल की देखभाल और संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
भारत विश्व का सबसे बड़ा केले का उत्पादक देश है, जहां करीब 3.5 करोड़ मीट्रिक टन केले का उत्पादन होता है। भारत की वैश्विक उत्पादन में 30% हिस्सेदारी है, लेकिन निर्यात में यह सिर्फ 1% है, जिससे आने वाले समय में निर्यात बढ़ाने की संभावना भी काफी है।