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फरीदाबाद में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का 24 किमी का मार्ग बनकर तैयार! 12 नवंबर से शुरू होगा वाहनों का आवागमन 

फरीदाबाद में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का मीठापुर से कैली इंटरचेंज तक 24 किलोमीटर लंबा सेक्शन बनकर तैयार हो गया है और इसे 12 नवंबर से वाहनों के लिए खोला जा सकता है। यह भाग देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का हिस्सा है, जो दिल्ली से मुंबई तक की दूरी को महज 12 घंटों में तय करने का लक्ष्य रखता है।
 
Delhi-Mumbai Expressway

Delhi-Mumbai Expressway: फरीदाबाद में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का मीठापुर से कैली इंटरचेंज तक 24 किलोमीटर लंबा सेक्शन बनकर तैयार हो गया है और इसे 12 नवंबर से वाहनों के लिए खोला जा सकता है। यह भाग देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का हिस्सा है, जो दिल्ली से मुंबई तक की दूरी को महज 12 घंटों में तय करने का लक्ष्य रखता है।

इसके बाद लोग मीठापुर से ही एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर सकेंगे. एक-दो दिन में कंपनी द्वारा एक्सप्रेस-वे को ट्रायल के लिए लॉन्च किया जाएगा, ताकि यह देखा जा सके कि कहां क्या कमी है। आपको बता दें कि जिले की सीमा में इस एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की समय सीमा सितंबर थी, लेकिन यह पूरा नहीं हो सका. 

यह देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है। इसकी कुल लंबाई 1350 किमी है। इससे दिल्ली से मुंबई तक का सफर 12 घंटे में संभव हो सकेगा। 12 फरवरी, 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन किया। 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। सेक्टर-62, साहूपुरा मोड़ से आगे एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार है। बाईपास सेक्टर-30 एत्मादपुर, सेक्टर-28, बसेलवा कॉलोनी, खेड़ीपुल, बीपीटीपी पुल के पास, सेक्टर-2, सेक्टर-2 आईएमटी पर स्थित है। इन सभी स्थानों पर अंडरपास बनाए गए हैं। 

निर्माण कंपनी ने अंडरपास के चारों ओर प्रवेश और निकास बिंदु बनाए हैं। जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि एक्सप्रेस-वे खुलने से शहरवासियों को जल्द ही ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी. इसे खोलने के लिए उन्होंने एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से बात की है। 

इस समय हाईवे पर वाहनों का काफी दबाव है। बल्लभगढ़ में अनाज मंडी और रेलवे ओवरब्रिज पर भी जाम लगा हुआ है। वहीं, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे खुलने से हाईवे पर वाहनों का दबाव भी कम होगा. साथ ही कनेक्टिविटी के कारण वाहन चालक नहर से पलवल और गुरुग्राम जाने के लिए इस बाईपास रोड का उपयोग कर सकते हैं।