रणजीत चौटाला को JJP ने दिया रानियां में समर्थन, डबवाली की सियासत भी गरमाई
दिग्विजय चौटाला जेजेपी और एएसपी के संयुक्त उम्मीदवार हैं। इसी सीट से इनेलो के आदित्य देवी लाल उम्मीदवार हैं। आदित्य देवी लाल और दिग्विजय चौटाला चचेरे भाई हैं। हालांकि, डबवाली सीट पर लड़ाई अब दिलचस्प हो गई है।
Sep 10, 2024, 21:12 IST
Sirsa Politics: हरियाणा की राजनीति में जेजेपी एक प्रमुख ताकत रही है। भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद, रंजीत चौटाला ने घोषणा की थी कि वह रानिया विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। वहीं, रंजीत चौटाला ने डबवाली में अपने पोते दिग्विजय चौटाला को अपना समर्थन दिया है।
दिग्विजय चौटाला जेजेपी और एएसपी के संयुक्त उम्मीदवार हैं। इसी सीट से इनेलो के आदित्य देवी लाल उम्मीदवार हैं। आदित्य देवी लाल और दिग्विजय चौटाला चचेरे भाई हैं। हालांकि, डबवाली सीट पर लड़ाई अब दिलचस्प हो गई है। सिरसा कभी पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल चौटाला का गढ़ था। हालाँकि देवीलाल परिवार का अभी भी कुछ स्थानों पर राजनीतिक प्रभाव है, उनमें डबवाली भी शामिल है। इसके साथ ही चुनावी लड़ाई अब पारिवारिक लड़ाई के साथ-साथ विरासत की लड़ाई भी बन गई है।
जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि रंजीत सिंह के समर्थन से दिग्विजय मजबूत हुए हैं। वहीं, चौटाला ने कहा कि डाबवाली में पोता और रानिया में दादा जीतेंगे।
दिग्विजय चौटाला जेजेपी और एएसपी के संयुक्त उम्मीदवार हैं। इसी सीट से इनेलो के आदित्य देवी लाल उम्मीदवार हैं। आदित्य देवी लाल और दिग्विजय चौटाला चचेरे भाई हैं। हालांकि, डबवाली सीट पर लड़ाई अब दिलचस्प हो गई है। सिरसा कभी पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल चौटाला का गढ़ था। हालाँकि देवीलाल परिवार का अभी भी कुछ स्थानों पर राजनीतिक प्रभाव है, उनमें डबवाली भी शामिल है। इसके साथ ही चुनावी लड़ाई अब पारिवारिक लड़ाई के साथ-साथ विरासत की लड़ाई भी बन गई है।
जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि रंजीत सिंह के समर्थन से दिग्विजय मजबूत हुए हैं। वहीं, चौटाला ने कहा कि डाबवाली में पोता और रानिया में दादा जीतेंगे।