विधानसभा चुनाव के लिए अभय चौटाला एक्शन मोड में, 2 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राज्य में चुनाव लड़ने वाली सभी पार्टियां अपनी रणनीतियों पर काम कर रही हैं। इस बीच, इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा कि गठबंधन की सभी सीटों पर 4 सितंबर से 5 सितंबर तक फैसला हो जाएगा
1 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट
बता दें कि हरियाणा में 1 अक्टूबर को सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। सभी मतदान केंद्रों पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जाएगी।
इस दौरान अभय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में इस बार मायावती की पार्टी बीएसपी और INLD आपस में गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है, हालांकि अभी सीट बंटवारे पर फैसला नहीं हुआ है। वहीं अभय चौटाला खुद इस बार दो सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए INLD और बसपा के बीच गठबंधन हुआ है। दोनों पार्टियां मजदूरों और किसानों की हितैषी हैं, अब देश में एक नया संदेश जाएगा। उन्होंने दावा करते हुए आगे कहा कि 1 तारीख से हमारी बैठक है, 4-5 तारीख तक सभी सीटों पर फैसला हो जाएगा। मैं दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ सकता हूं।
हुड्डा अपनी जुबान पर लगाम लगाए- अभय चौटाला
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में बिखराव दिखाई देता है। हुड्डा हरियाणा में झूठ की राजनीति करते है और सबसे बड़े गद्दार है। अभय ने कहा कि हरियाणा में भूपेंद्र और उसका बेटा दीपेंद्र हुड्डा भाजपा के साथ मिलकर राजनीति करते है। अभय ने दीपेन्द्र के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें दीपेन्द्र ने कहा था कि जेजेपी और इनेलो भाजपा की बी टीम है। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ बोलने से पहले सोचना चाहिए। आगे भविष्य में अगर हुड्डा परिवार ने दोबारा से कोई गलत आरोप लगाया तो इनेलो की आईटी सेल की टीम उसका करारा जवाब देगी। अभय ने सख्त लहजे में कहा कि हुड्डा अपनी जुबान पर लगाम लगाए
अभय चौटाला ने कांग्रेस पर भाजपा से साँठ-गाँठ का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव के चलते भी कांग्रेस भाजपा से मिली हुई है। अभय चौटाला ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव में हार जीत का खेल तो चलता रहता है, लेकिन कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार तो उतारना चाहिए था, लेकिन एसा नहीं किया गया। हार के डर से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा।