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Vande Bharat: लो खुशखबरी, जल्द इस रूट पर चलेगी वंदे भारत; यात्रियों की होई मौज

Vande Bharat: अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच वंदे भारत दौड़ेगी। इस व्यस्त मार्ग पर एर्नाकुलम मार्शलिंग यार्ड में पिट लाइन का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है।
 
लो खुशखबरी, जल्द इस रूट पर चलेगी वंदे भारत; यात्रियों की होई मौज

Vande Bharat: देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत यात्रियों के साथ-साथ रेलवे को भी रोमांचित कर रही है। देश के अलग-अलग राज्यों में पहले से ही ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है. यह ट्रेन कई लोकप्रिय रूटों पर धूम मचा रही है। वंदे भारत से यात्रा करने वाले यात्री इस ट्रेन की सुविधाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं. रेलवे भारी मांग को देखते हुए अलग-अलग रूट पर ट्रेन चला रहा है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच वंदे भारत दौड़ेगी।

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, एर्नाकुलम मार्शलिंग यार्ड में पिट लाइन के विद्युतीकरण का काम पूरा होने से कई ट्रेनों के लिए रास्ता साफ हो जाएगा। काफी व्यस्त एर्नाकुलम-बैंगलोर कॉरिडोर ने एर्नाकुलम जंक्शन रेलवे स्टेशन से बहुप्रतीक्षित वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।

केरल को तीसरी वंदे भारत का इंतजार है
गौरतलब है कि केरल के लिए तीसरी वंदे भारत के संचालन का इंतजार किया जा रहा है. आठ कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की रेक फिलहाल कोल्लम में खड़ी है। ट्रेन के परिचालन में देरी का कारण एर्नाकुलम मार्शलिंग यार्ड परिसर में पिट लाइन के विद्युतीकरण में तकनीकी खराबी को बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यार्ड में ड्रेनेज का काम पूरा करने में भी कथित देरी हुई. वर्तमान में, आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस की बेंगलुरु के लिए सेवा फिर से शुरू होने की संभावना है।

समय सारिणी और स्टॉप क्या हो सकते हैं
मातृभूमि ने बताया कि ट्रेन सुबह 5 बजे एर्नाकुलम से रवाना होगी और दोपहर 1:35 बजे बेंगलुरु पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन बेंगलुरु से दोपहर 2:05 बजे रवाना होगी और रात 10:45 बजे एर्नाकुलम पहुंचेगी. अपनी यात्रा में वंदे भारत त्रिशूर, पलक्कड़, कोयंबटूर, इरोड और सलेम जैसे स्टेशनों पर रुकेगी।

केरल में वंदे भारत ट्रेनें हिट हैं। 'मनोरमा' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत ट्रेन की मांग काफी समय से की जा रही है, लेकिन रखरखाव के काम के लिए कोई सुविधा न होने के कारण इसे अब तक मुहैया नहीं कराया जा सका है.