समाज के प्रत्येक वर्ग को बराबर मानकर देश निर्माण में अपना सहयोग दें : डॉ. युद्धवीर

जींद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जींद महाविद्यालय इकाई द्वारा स्वच्छता दूत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ. शमशेर सिंह उपप्रधानाचार्य राजकीय महाविद्यालय के रूप में शिरकत की। वशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ. युद्धवीर, डॉ. कृष्ण श्योकंद व डॉ. रामकुमार ने शिरकत की।
मुख्य अतिथि डॉ. शमशेर सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि सार्थक होगा
जब देश का प्रत्येक व्यक्ति समाज में शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करवाने में मदद करें एवं समरसता में अपना योगदान दें। उन्होंने विद्यार्थी परिषद द्वारा स्वच्छता दूतों को सम्मानित करने के कदम को सराहनीय बताया है। इस मौके पर डॉ. युद्धवीर सिंह ने बताया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से सीख लेनी चाहिए और उनके बताए हुए कदमों पर चलना चाहिए। भारत में प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व बनता है
कि समाज के प्रत्येक वर्ग को बराबर मानकर देश निर्माण में अपना सहयोग दें। जीवन में लक्ष्य प्राप्ति की और ध्यान देना चाहिए और अपने जीवन में का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसकी प्राप्ति के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए। इस मौके पर जिला संयोजक परमिंदर सैनी ने बताया कि विद्यार्थी परिषद चुनाव के लिए कार्य नहीं करता। पूरे वर्ष समाज में समरसता लाने के लिए कार्य करता है।
शिक्षा क्षेत्र से लेकर समाज के प्रतीक बिंदु पर विद्यार्थी परिषद काम करता है। उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर के बारे में बताते हुए कहा कि भारत के ही नहीं अभी तो संसार के महान विभूति हैं जिन्होंने संविधान निर्माण में अपना श्रेष्ठतम योगदान देने का काम किया। महाविद्यालय के उपाध्यक्ष व सचिव मयंक नगर, निशा ने कहा कि हमारे संविधान के निमार्ता, एक राजनेता और दूरदर्शी हैं, जिन्होंने सामाजिक असमानताओं के खिलाफ अथक संघर्ष किया। इस मौके पर मुख्य रूप से डॉक्टर ज्योति लडवाल, मीना धीमान, रवि जोशी, श्रीकांत शर्मा, चारु शोभा, सक्षम, जतिन, प्रथम, अंजलि, कशिश, मोहित आदि मौजूद रहे।