अब ट्रेन में न सर्दी लगेगी, न गर्मी – भारतीय रेलवे ला रहा नई तकनीक! जाने

भारतीय रेलवे यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के लिए नई एयर कर्टेन तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है। इससे ट्रेन में सफर के दौरान न तो ठंड का अहसास होगा और न ही गर्मी, साथ ही बाहर का धूल-कण और प्रदूषण भी कोच में प्रवेश नहीं कर पाएगा।
इस नई तकनीक का पहली बार ट्रायल दिल्ली-खजुराहो रूट पर चलने वाली ट्रेनों में किया जा रहा है। सफल होने के बाद इसे अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा।
क्या है एयर कर्टेन तकनीक?
दरवाजों पर ट्रांसपेरेंट एयर बैरियर बनाया जाएगा, जो बाहर से आने वाली धूल, गर्मी, ठंड और प्रदूषण को रोकने का काम करेगा।
ट्रेन के दरवाजे बार-बार खुलने से तापमान और वायु दबाव में उतार-चढ़ाव नहीं होगा, जिससे कोच के अंदर की एयर कंडीशनिंग प्रभावी बनी रहेगी।
HVAC (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) सिस्टम की मेंटेनेंस लागत भी कम होगी।
घाटी में भी आसान होगा ट्रेन सफर
कश्मीर घाटी में मौजूदा समय में पारंपरिक एसी कोच अत्यधिक ठंड में प्रभावी नहीं होते। इस समस्या के समाधान के लिए उत्तर रेलवे ने एयर कर्टेन तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला किया है।
कोच को बाहर की ठंड से बचाने के लिए यह सिस्टम प्रभावी रहेगा।
भारतीय रेलवे कश्मीर समेत अन्य ठंडे इलाकों में इस तकनीक को लागू करने की योजना बना रहा है।
किन ट्रेनों में सबसे पहले लागू होगी तकनीक?
वंदे भारत और अन्य आधुनिक ट्रेनों में इसे प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जाएगा।
शुरुआत में AC कोचों में इस सिस्टम को इंस्टॉल किया जाएगा, ताकि यात्रियों को आरामदायक सफर मिल सके।
क्या होगा यात्रियों को फायदा?
गर्मी और ठंड से पूरी तरह राहत मिलेगी।
सफर के दौरान धूल, प्रदूषण और बाहरी हवा कोच में प्रवेश नहीं कर पाएगी।
बिजली की खपत कम होगी, जिससे रेलवे के ऑपरेशन में सुधार आएगा।
भारतीय रेलवे का यह कदम यात्रियों के सफर को पहले से ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित बनाएगा। जल्दी ही यह तकनीक और ट्रेनों में देखने को मिलेगी