खेड़ी माइनर नहर टूटने से 50 एकड़ भूमि जलमग्न, किसानों को भारी नुकसान

हरियाणा के भट्टू क्षेत्र के गांव गदली के पास स्थित खेड़ी माइनर नहर आज दोपहर टूटने से बड़ा नुकसान हुआ। नहर टूटने के बाद गेहूं के खेतों में तेजी से पानी फैल गया, जिससे लगभग 50 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई। किसानों ने घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए सिंचाई विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।
जलभराव से खेतों में फसल बर्बाद
नहर टूटने के बाद खेतों में पानी भरने लगा, जिससे गेहूं की फसल पूरी तरह से डूब गई। किसानों ने तुरंत इसकी सूचना सिंचाई विभाग को दी। विभाग ने स्थिति को संभालने के लिए बीघड़ हेड से नहर का पानी बंद कराया। हालांकि, नहर में पहले से मौजूद पानी के बहाव के चलते खेतों को भारी नुकसान हुआ।
नहर की मरम्मत में देरी से किसानों में नाराजगी
किसानों का कहना है कि खेड़ी माइनर नहर पहले भी कई बार अलग-अलग जगह से टूट चुकी है, लेकिन इसकी मरम्मत में प्रशासन ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई। यह लगातार लापरवाही का नतीजा है, जिसकी वजह से आज उनकी फसल बर्बाद हो गई।
सिंचाई विभाग ने संभाली स्थिति
घटना की जानकारी मिलते ही सिंचाई विभाग के जेई मनजीत बेनीवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने तेजी से दरार को पाटने का काम शुरू किया। नहर में अत्यधिक पानी होने के कारण दरार करीब 70 फुट चौड़ी हो गई थी, जिससे मरम्मत कार्य में समय लग रहा है।
प्रभावित क्षेत्र और राहत कार्य
घटना के बाद किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। फिलहाल सिंचाई विभाग की टीम लगातार काम कर रही है ताकि स्थिति को जल्दी सामान्य किया जा सके।