हरियाणा में BJP उम्मीदवार का विधायक पद से इस्तीफा मंजूर:रणजीत चौटाला ने मंत्री पद छोड़ने से किया इनकार ; हिसार लोकसभा से है BJP उम्मीदवार
हरियाणा में सिरसा की रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला का विधायक पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया है। मंगलवार को हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इसकी पुष्टि की। रणजीत चौटाला हिसार लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
रणजीत चौटाला के निजी तौर पर पेश होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने इस्तीफे का सत्यापन किया है कि इस्तीफा मैंने भेजा है और किसी दवाब या लालच में नहीं भेजा है। 24 मार्च से हमने उनका इस्तीफा मंजूर हो गया है।
हालांकि उन्होंने कहा कि रणजीत चौटाला मंत्री बने रहेंगे। नियम के मुताबिक विधायक न रहने के बावजूद रणजीत चौटाला 6 माह तक मंत्री बने रहेंगे।
रणजीत चौटाला बोले- मंत्रीपद से इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है
इस्तीफे के बेरिफिकेशन के बाद नायब सैनी सरकार के मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि वह मंत्री पद से इस्तीफ़ा नहीं दे रहे हैं, उन्होंने यह भी कहा कि मुझे इस्तीफा देने की जरूरत ही नहीं है। मेरा दूसरी बार इस तरह से इस्तीफा हुआ है।
इससे पहले 1989 में मैने इस्तीफा दिया था, उस वक्त मैं राज्यसभा में गया था। नायब सैनी के मंत्री ने कहा कि मैंने सभी तकनीकी बातों को ध्यान रखते हुए इस्तीफा दिया है। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद तय होगा आगे क्या निर्णय करना है।
पहले नहीं आए थे रणजीत चौटाला
इससे पहले इस्तीफे की वेरिफिकेशन को लेकर उन्हें विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे थे। इसके बाद स्पीकर ने उन्हें 30 अप्रैल को दोबारा पेश होने के लिए बोल गया था।
ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया है कि कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला 24 मार्च को विधानसभा से अपना इस्तीफा मैसेंजर के जरिए भेज चुके हैं। इसके स्पष्टीकरण के लिए आज उन्हें व्यक्तिगत रूप से दोबारा बुलाया गया हैं। इससे पहले अपने व्यक्तिगत कारणों से नहीं आ सके थे।
रणजीत चौटाला अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उसके तुरंत बाद ही भाजपा ने उन्हें हिसार लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था।
24 मार्च से स्वीकार करना होगा रिजाइन
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट और कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ने बताया कि विधानसभा स्पीकर द्वारा रणजीत चौटाला का विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। अगर उन्हें दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत सदन की अयोग्यता से बचाना है, तो स्पीकर को रणजीत का विधायक पद त्यागपत्र 24 मार्च की पिछली तिथि से ही स्वीकार करना होगा। हालांकि इसको लेकर स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता की ओर से अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
इसलिए अभी तक मंजूर नहीं हुआ इस्तीफा
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने रणजीत चौटाला के इस्तीफे को लेकर हाल ही में एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि 'रणजीत सिंह चौटाला को 23 अप्रैल को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया है। विधानसभा अध्यक्ष के रूप में, यह मेरी जिम्मेदारी है कि यदि कोई सदस्य विधानसभा से इस्तीफा देता है, तो यह सत्यापित करना हमारा काम है कि इस्तीफा किसी दबाव या मजबूरी में नहीं भेजा गया है।
नायब सिंह सैनी सरकार में बिजली मंत्री है
12 मार्च को जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया था तो रणजीत चौटाला फिर से सैनी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में बिजली मंत्री बन गए। रणजीत चौटाला और पूर्व कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल 24 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गए थे। बीजेपी ने रणजीत चौटाला को हिसार और नवीन जिंदल को कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।