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28 नवंबर की सुबह सुबह आठवें वेतन आयोग पर आया बड़ा अपडेट! पढ़ते ही झूमने लगेंगे सरकारी कर्मचारी

 रेलवे कर्मचारियों का संगठन एआईआरएफ (All India Railwaymen's Federation) और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (WCR Employees Union) 8वें वेतन आयोग के गठन और ओपीएस (Old Pension Scheme) के बेहतर विकल्प की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। यदि केंद्र सरकार जनवरी 25 तक 8वें वेतन आयोग पर कोई निर्णय नहीं लेती है, तो इन संगठनों द्वारा आरपार का आंदोलन किया जाएगा। इस लेख में हम रेलवे कर्मचारियों के संघर्ष, उनके संगठनों की भूमिका, और आगामी चुनावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
 
28 नवंबर की सुबह सुबह आठवें वेतन आयोग पर आया बड़ा अपडेट! पढ़ते ही झूमने लगेंगे सरकारी कर्मचारी

8th Pay Commission : रेलवे कर्मचारियों का संगठन एआईआरएफ (All India Railwaymen's Federation) और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (WCR Employees Union) 8वें वेतन आयोग के गठन और ओपीएस (Old Pension Scheme) के बेहतर विकल्प की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। यदि केंद्र सरकार जनवरी 25 तक 8वें वेतन आयोग पर कोई निर्णय नहीं लेती है, तो इन संगठनों द्वारा आरपार का आंदोलन किया जाएगा। इस लेख में हम रेलवे कर्मचारियों के संघर्ष, उनके संगठनों की भूमिका, और आगामी चुनावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

एआईआरएफ का संघर्ष और रेल कर्मचारियों के मुद्दे

रेलवे कर्मचारियों के संगठनों की प्रमुख मांगें 8वें वेतन आयोग की नियुक्ति और ओपीएस को बेहतर विकल्प से बदलने की हैं। वर्तमान में पेंशन व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है, और इसके लिए एआईआरएफ ने विभिन्न मंचों पर आवाज उठाई है। इसके अलावा, रेलवे कर्मचारियों के लिए अन्य समस्याओं जैसे कार्य के घंटों में कमी, बेहतर कामकाजी परिस्थितियों, और मजदूरी में वृद्धि के मुद्दे पर भी निरंतर संघर्ष चल रहा है।

चुनावों में यूनियन का समर्थन

हाल ही में संस्थागत चुनावों में एआईआरएफ और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन ने सफलता प्राप्त की, और अधिकतर सीटों पर लाल झंडे का परचम लहराया। यूनियन के नेताओं ने यह साफ किया है कि उनके संगठन को केवल चुनावों के समय नहीं, बल्कि पूरे साल भर कर्मचारियों के बीच सक्रिय रहते हुए उनका समर्थन मिलता है। कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर यूनियन की निरंतर सक्रियता ही उनकी सफलता का कारण है।

4, 5, और 6 दिसंबर के यूनियन चुनाव

रेलवे में 4, 5, और 6 दिसंबर को होने वाले ट्रेड यूनियन चुनावों के लिए कर्मचारियों के समर्थन को लेकर संगठन ने जोरदार अभियान शुरू किया है। यूनियन के पदाधिकारी अपने कर्मचारी सहयोगियों से संपर्क कर रहे हैं, उन्हें आगामी चुनौतियों से अवगत करा रहे हैं, और उनसे संगठन के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। ये चुनाव इस बार पहले से अलग हैं क्योंकि अब गुप्त मतदान प्रणाली के तहत कर्मचारियों की राय ली जाएगी, जिससे संगठन की वैधता और कर्मचारियों के हितों को अधिक मजबूती मिलेगी।

यूनियन के चुनाव अभियान में शामिल प्रमुख नेता

कामरेड इरशाद खान –     एआईआरएफ के अध्यक्ष
नरेंद्र जैन                  –     मंडल उपाध्यक्ष
हरिप्रसाद मीणा         –     मंडल उपाध्यक्ष
श्रीप्रकाश शर्मा          –     सहायक मंडल मंत्री
राजू लाल गुर्जर          –    पदाधिकारी

यूनियन के नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि यदि 8वें वेतन आयोग और ओपीएस के विकल्प पर सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जाता है, तो आंदोलन जारी रहेगा। इन मांगों को लेकर आरपार का आंदोलन भी किया जाएगा, ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा सके और रेलवे कर्मचारियों को उनकी उचित सुविधाएं मिल सकें।