हिसार एयरपोर्ट पर आया बड़ा अपडेट, दीवाली पर ख़ुशी हो जायगी दोगुनी; इस दिन से शुरू होगी उड़ानों की सुविधा

Hisar Airport: हरियाणा के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। दिवाली के दिन इस खबर को पढ़कर आपको खुशी होगी। आपको बता दें कि अब हिसार एयरपोर्ट के ग्राउंड से किसी भी जहाज की दिशा देखी जा सकती है। हिसार हवाई अड्डे पर डी. वी. ओ. आर. (डॉप्लर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज) स्थापित किया गया है। इससे जमीन पर तैनात कर्मियों को प्रत्येक जहाज को उसके गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
इंस्टालेशन का काम हुआ पूरा
यह एटीसी और अन्य कर्मचारियों के लिए बहुत उपयोगी है। इंस्टालेशन का काम पूरा हो चुका है। इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर स्थापित करना बहुत महत्वपूर्ण है। दूसरी ओर हिसार हवाई अड्डे से विमान उड़ाने का लाइसेंस अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। दिवाली के बाद उनके उनसे मिलने की उम्मीद है।
डी. वी. ओ. आर. हिसार-दिल्ली बाईपास पर हिसार हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है। विमान उड़ाने का लाइसेंस अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। लेकिन इससे पहले सभी जहाजों को उनके गंतव्य तक ठीक से पहुंचाया जाना चाहिए डी. वी. ओ. आर. लगा दिया गया है। यह एक ग्राउंड-आधारित रेडियो नेविगेशन सिस्टम है। इसका उपयोग हवाई अड्डों पर विमानों को उनके स्थान और दिशा निर्धारित करने में सहायता करने के लिए किया जाता है।
इन राज्यों के उड़ेगी उड़ानें
ये उड़ानें हिसार हवाई अड्डे से पांच राज्यों के शहरों के लिए संचालित की जाएंगी। हालांकि, अभी तक अनुमति नहीं दी गई है। यह जहाज हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए उड़ान भरेगा। योजना पहले अयोध्या के लिए पहला जहाज उड़ाने की है।
यह व्यावसायिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण होगा। हिसार हवाई अड्डे के निर्माण की व्यावसायिक दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण होगा। हवाई अड्डे के साथ-साथ उद्योगों का एक केंद्र भी बनाया जा रहा है।
हिसार हवाई अड्डे को भले ही लाइसेंस नहीं मिला हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा विमान चुनाव के समय हिसार हवाई अड्डे पर उतरा। उस दौरान प्रधानमंत्री ने इस हवाई अड्डे के निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इससे विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
वहीं, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहले ही विकास में तेजी लाने की बात कह चुके हैं। पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता जब मंत्री थे, तब एक ट्रायल बेस विमान को हवाई पट्टी पर उतारा गया था, जिसके बाद लाइसेंस मिलने की उम्मीद थी, लेकिन आचार संहिता के कारण काम अटका हुआ था।