Divya Pahuja Murder: ब्लैकमेल या किसी और वजह से हत्या, पुलिस तलाश रही इन 7 सवालों के जवाब

दिव्या का शव बरामद होने के बाद अभिजीत के खिलाफ CASE जरूर मजबूत हुआ है, लेकिन जिस तरह से हत्या की गई और सबूत मिटाने की कोशिश की गई, उससे साफ पता चलता है कि हत्या के लिए पूरी प्लानिंग की गई थी। वहीं हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल अब तक बरामद नहीं की जा सकी है
पुलिस पूछताछ में अभिजीत ने जिस आपत्तिजनक VIDEO और PHOTO के जरिए ब्लैकमेल करने के कारण दिव्या की हत्या की बात स्वीकार की थी। वह I PHONE भी अब तक लापता है। इससे शंका है कि हत्या का जो कारण अभिजीत ने बताया है क्या वही असल वजह है या कोई और साजिश हो सकती है
हर पहलू पर रखी जा रही नजर
ACP क्राइम वरुण दहिया की प्रेस कान्फ्रेंस में भी इस तरह के सवाल उठे थे, उन्होंने कुछ खुलकर तो नहीं कहा, लेकिन उन्होंने किसी साजिश से भी इनकार नहीं किया। साथ ही कहा कि मर्डर के इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। इसमें हर पहलू को ध्यान में रखा जा रहा है
गैंगस्टर ने कराई थी अभिजीत की दिव्या से मुलाकात
अभिजीत करीब 15 वर्षों से गैंगस्टर बिंदर के संपर्क में था और उसके लिए काम भी करता था। पुलिस पूछताछ में उसने बिंदर के बच्चों को पढ़ाई में होने वाले खर्च में मदद करने की बात स्वीकार की थी
वहीं दिव्या भी सालों से बिंदर के संपर्क में थी और उसी ने ही दिव्या की मुलाकात अभिजीत से कराई थी। इसके साथ ही 2016 में मुंबई में हुए संदीप गाडौली के कथित एनकाउंटर में दिव्या को साजिशकर्ता के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था
बिंदर पर भी साजिश रचने का आरोप लगा था और उसे भी गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के अनुसार मुंबई पुलिस ने दिव्या को संदीप गाडौली केस में गवाह बनाया था। जुलाई 2023 में वह कोर्ट से जमानत पर बाहर आई और फिर से अभिजीत के संपर्क में आ गई थी
इसलिए आ रही साजिश बू
- अभिजीत दिव्या को दो जनवरी की सुबह 4:15 बजे गुरुग्राम के सिटी प्वाइंट होटल लेकर पहुंचा था। यह ऐसा वक्त था, जब सड़क से लेकर होटल के अंदर-बाहर ज्यादा आवाजाही नहीं होती।
- अभिजीत इस होटल का मालिक है। उसके लिए रूम नंबर 114 हमेशा बुक रहता था। हत्या वाले दिन वह दिव्या के साथ रूम नंबर 111 में ही रुका।
- दिव्या की हत्या के बाद शव को हटाने के लिए किसी बाहरी व्यक्ति की मदद नहीं ली। होटल के ही दो सहायकों हेमराज और ओमप्रकाश को बुलाया। दोनों कंबल में इस तरह से शव को लपेटकर ले गए, ताकि कोई जान न सके।
- हत्या के लिए अभिजीत ने पहले से ही अपने ड्राइवर से अवैध हथियार मंगाया था।
- दिव्या की हत्या के दौरान अभिजीत के पास 50 लाख कैश था। सूत्रों के अनुसार 10 लाख उसने बलराज गिल और रवि बांगा को दिए। साढ़े 12 लाख मिनी कूपर से बरामद हुए। यह भी सवाल है कि अचानक 50 लाख कैश कहां से आया?
- गुरुग्राम के एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने भी माना कि जिस भाखड़ा नहर में दिव्या के शव को फेंका गया, उसके बारे में कहा जाता है कि यहां पर शव फेंका जाए तो उसका मिलना बहुत मुश्किल होता है।आरोपितों का मकसद यही था कि शव कभी न मिल पाए।
- अभिजीत ने पुलिस को कहा कि दिव्या के मोबाइल में उसकी अश्लील फोटो थी। मगर, वह मोबाइल अब भी गायब है। उसका सैमसंग मोबाइल तो मिल गया, लेकिन आईफोन नहीं मिला।
- अभितीज और बलराज से आमने-सामने होगी पूछताछ
- बलराज को गुरुग्राम कोर्ट में किया गया पेश सेक्टर 17 क्राइम ब्रांच की एक टीम आरोपित बलराज को लेकर रविवार दोपहर गुरुग्राम पहुंची। इसके बाद उसे सीधे कोर्ट ले जाया गया। गुरुग्राम पुलिस ने कोलकाता में कोर्ट से बलराज को तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया था
- पुलिस ने कोर्ट में बलराज का एक सप्ताह का रिमांड मांगा। हालांकि, पुलिस को कितने दिन का रिमांड मिला है, इसकी जानकारी अभी तक साझा नहीं की गई है। रिमांड के दौरान बलराज के साथ फरार होने वाले रवि बांगा के बारे में पूछताछ की जाएगी। इसके साथ ही अभितीज और बलराज को आमने सामने बिठाकर भी पूछताछ होगी।