राष्ट्रीय फिल्म दादा लखमी पंडित पुरस्कार से सम्मानित सर्वोत्तम हरियाणवी फीचर फिल्म

पंडित लखमी चंद जन्म-1903 मृत्यु 1945 हरियाणवी भाषा के एक प्रसिद्ध कवि व लोक कलाकार थे

राष्ट्रीय फिल्म दादा लखमी पंडित पुरस्कार से सम्मानित सर्वोत्तम हरियाणवी फीचर फिल्म
राष्ट्रीय फिल्म दादा लखमी पंडित पुरस्कार से सम्मानित सर्वोत्तम हरियाणवी फीचर फिल्म

पंडित लखमी चंद जन्म-1903, मृत्यु: 1945 हरियाणवी भाषा के एक प्रसिद्ध कवि व लोक कलाकार थे। हरियाणवी रागनी व सांग में उनके उल्लेखनीय योगदान के कारण उन्हें "सूर्य-कवि" कहा जाता है। उन्हें "हरियाणा का कालिदास" भी कहा जाता है। उनके नाम पर साहित्य के क्षेत्र में कई पुरस्कार दिए जाते हैं।

गांव गुसाईयाना, नाथूसरी, जमाल,जोड़िया, अन्या के गांव में शूटिंग की गई है 

निर्माता- रवींद्र सिंह राजावत, यशपाल शर्मा संगीत उत्तम सिंह डोप सुप्रशिम भोल आर्ट जयंत देशमुख कहानी राजू मान स्क्रीनप्ले और संवाद ट्रेलर: राहुल तिवारी टाइटल अक्षय वर्मा मेकअप अनिल पलांडे मेकिंग मोनिका डावर, रितु सिंह प्रोडक्शन विनोद योगी पोर्ट्रेट्स गिरिजा शंकर, पवन जुलाना