उत्तर प्रदेश के चार जिलों में 2250 घरेलू बायो गैस संयंत्रों की होगी स्थापना, किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ
UP News: उत्तर प्रदेश के चार जिलों – अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी और गोंडा – के ग्रामीण क्षेत्रों में 2250 घरेलू बायो गैस संयंत्रों की स्थापना की योजना बनाई गई है। इस पहल का उद्देश्य न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए बायो गैस प्रदान करना है, बल्कि इसके साथ ही कृषि के लिए जैविक खाद भी उपलब्ध कराना है, जिससे खेती में भी लाभ होगा।
सिस्टेमा बायो संस्था को इस परियोजना की देखरेख और संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। शुक्रवार को पर्यावरण निदेशालय में इस संस्था को स्वीकृति पत्र भी सौंपा गया, जिससे संयंत्रों की स्थापना प्रक्रिया शीघ्र ही प्रारंभ हो सकेगी।
इन संयंत्रों से ग्रामीण परिवारों को खाना पकाने के लिए सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल बायो गैस मिलेगी। संयंत्रों से प्राप्त जैविक खाद किसानों के लिए कृषि में उपयोगी साबित होगी, जिससे रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होगी। बायो गैस संयंत्र पारंपरिक ईंधनों के मुकाबले कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सहायक होंगे, जिससे पर्यावरण का संरक्षण होगा।
वन व जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि प्रत्येक बायो गैस संयंत्र की कुल लागत 39,300 रुपये है, इसमें लाभार्थी किसानों को केवल 3,990 रुपये ही अंशदान करना होगा।
राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि इस योजना के तहत किसानों को भारी राहत मिलेगी, क्योंकि संयंत्र की कुल लागत में से उन्हें सिर्फ 10% अंशदान देना होगा, जबकि शेष लागत सरकार द्वारा वहन की जाएगी।