Women T20 WC: पांचवीं बार सेमीफाइनल में पहुंची टीम इंडिया, 23 को हो सकती है चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत

भारतीय महिला क्रिकेट टीम पांचवीं बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले टीम 2009, 2010, 2018 और 2020 में क्वार्टरफाइनल में पहुंची थी। पिछले सीजन 2020 में टीम इंडिया उपविजेता रही थी। फाइनल में उन्हें ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था।

Women T20 WC: पांचवीं बार सेमीफाइनल में पहुंची टीम इंडिया, 23 को हो सकती है चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत
इंडिया vs ऑस्ट्रेलिया

भारत ने ग्रुप-बी के अपने आखिरी मैच में आयरलैंड को डकवर्थ लुईस सिस्टम मैथड से पांच रन से हरा दिया है। इस जीत के साथ टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच गई है। इस ग्रुप से इंग्लैंड की टीम पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। ग्रुप-बी की अंक तालिका में फिलहाल इंग्लैंड तीन मैचों में तीन जीत और छह अंकों के साथ शीर्ष पर है। उसे पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच खेलना है

बारिश की वजह से दोबारा खेल नहीं हो सका

ऐसे में इंग्लैंड का शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय है। वहीं, भारतीय टीम दूसरे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचेगी। इंग्लैंड का नेट रन रेट +1.776 है। पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद भी इंग्लैंड की टीम पहले स्थान पर ही रह सकती है। वहीं, भारत का नेट रन रेट +0.290 है। ग्रुप-बी से वेस्टइंडीज, आयरलैंड और पाकिस्तान की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम

भारतीय टीम अगर दूसरे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में पहुंचती है तो अंतिम-चार में उसका सामना वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होगा। भारत के लिए फाइनल का रास्ता आसान नहीं रहने वाला है। ग्रुप-ए से अब तक सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई टीम चार में से चार मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंची है। वहीं, दूसरे स्थान के लिए न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच लड़ाई है। ग्रुप-ए में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम का सेमीफाइनल में सामना इंग्लैंड से होगा। पहला सेमीफाइनल 23 फरवरी और दूसरा सेमीफाइनल 24 फरवरी को खेला जाएगा। फाइनल मुकाबला 26 फरवरी को केप टाउन में खेला जाएगा।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम पांचवीं बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले टीम 2009, 2010, 2018 और 2020 में अंतिम-चार में पहुंच चुकी है। टीम इंडिया लगातार तीसरी बार सेमीफाइनल में पहुंची है। 2020 में पिछले संस्करण में टीम इंडिया रनर अप रही थी। फाइनल में उसे ऑस्ट्रेलिया ने हराया था

टीमें और उनका महिला टी20 विश्व कप में प्रदर्शन

मैच में क्या हुआ?

मैच की बात करें तो भारत ने आयरलैंड के सामने 156 रन का लक्ष्य रखा था। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 20 ओवर में छह विकेट पर 155 रन बनाए। स्मृति मंधाना शतक से चूक गईं। वह 56 गेंदों में नौ चौके और तीन छक्के की मदद से 87 रन बनाकर आउट हुईं। यह टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है।

मंधाना के अलावा बाकी कोई भारतीय बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। मंधाना ने शेफाली के साथ मिलकर ओपनिंग विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी निभाई। शेफाली 29 गेंदों में तीन चौके की मदद से 24 रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद मंधाना ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ दूसरे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी निभाई। आयरलैंड की कप्तान एल डेलानी ने 16वें ओवर में हरमनप्रीत और ऋचा घोष को दो लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजा। हरमन 20 गेंदों में 13 रन बनाकर आउट हुईं। वहीं, ऋचा खाता भी नहीं खोल सकीं। इसके बाद मंधाना ने छक्के के साथ टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का 22वां अर्धशतक लगाया। यह इस विश्व कप में उनका दूसरा अर्धशतक रहा

19वें ओवर में भारत को बड़े टोटल तक पहुंचाने के चक्कर में मंधाना कैच आउट हो गईं। उन्हें 19वें ओवर की चौथी गेंद पर ओर्ला प्रेंडरगास्ट ने गैबी लुईस के हाथों कैच कराया। इसके बाद अगली गेंद पर प्रेंडरगास्ट ने दीप्ति शर्मा को डेम्पसे के हाथों कैच कराया। दीप्ति खाता नहीं खोल सकीं

पारी की आखिरी गेंद पर जेमिमा रॉड्रिग्स भी आउट हो गईं। वह 12 गेंदों में तीन चौके की मदद से 19 रन बना सकीं। पूजा वस्त्राकर दो रन बनाकर नाबाद रहीं। आयरलैंड की ओर से डेलानी ने तीन और प्रेंडरगास्ट ने दो विकेट लिए। अर्लीन केली को एक विकेट मिला

जवाब में आयरलैंड की टीम की शुरुआत खराब रही। पारी के पहले ओवर में ही आयरिश टीम को दो झटके लगे। पारी की पहली गेंद पर एमी हंटर रन आउट हो गई थीं। दो रन लेने के चक्कर में हंटर ने अपना विकेट गंवाया। वह एक रन बना सकीं। इसके बाद पांचवीं गेंद पर रेणुकी सिंह ने प्रेंडरगास्ट को क्लीन बोल्ड किया। वह खाता भी नहीं खोल सकीं

बारिश की वजह से खेल रुकने तक आयरलैंड ने 8.2 ओवर में दो विकेट गंवाकर 54 रन बना लिए थे। हालांकि, डकवर्थ लुईस नियम के हिसाब से बारिश की वजह से खेल रुकने तक भारत पांच रन आगे था। यानी आयरलैंड को अगर यह मैच जीतना था तो उसे 8.2 ओवर में 59 रन बनाने थे। आयरलैंड की टीम डकवर्थ लुईस नियम के हिसाब से पांच रन पीछे थी और यही निर्णायक साबित हुआ